Gregorian-Vs-Hindu-Calendar samajikgyan

ग्रेगोरियन कैलेंडर और हिन्दू कैलेंडर का अंतर,Gregorian calendar vs Hindu calendar

Political Science

आज मैं आपको इस पोस्ट में बताने जा रही हूँ कि कलैंडर और हिंदुस्तानी कलैंडर के क्या फर्क है! भारत में इंग्लिश कलैंडर कब, कैसे और कौन लाया | लोग जो भ्र्म फैलते है की हिंदुस्तान में तो कुछ नहीं था आलू पुर्तगाल से आया, आम (mango) मुग़ल ले कर आये थे आदि आदि बहुत तरह का झूठ जो आपको कई लोग बताते है तो सच क्या है |आप इस लायक खुद को बनाये की उन्हे मुँह तोड़ जवाब दे सके उसके लिए आपको अपनी नॉलेज बढ़ानी होगी इसमें मैं आपकी पूरी मदद करुँगी ! मैं आपको एजुकेशन नहीं दे रही हूँ ! विज़न दे रही हूँ ! फर्क यह है दोनों में, कि एजुकेशन केवल कुछ क्लास तक मदद कर सकती! विज़न आपको लाइफ टाइम हेल्प करेगा | तो शुरू करते है

जैसा मैंने कहा की जनवरी से हमारा नया साल शुरू नहीं होता ! हम विक्रम सम्वत को मानते है ! अब प्रश्न उठता है की यह ग्रेगोरियन कैलेंडर क्या है? क्यों बनाया किसने और कब बनाया ?

बहुत सारे अगड़म बगड़म सवाल बहुत सारे फालतू जवाब हम बेहतर तुम ख़राब!

 अरे वाह ये तो कविता हो गई

तो एक एक करके प्रश्न लेते है और मै आपको बताती हूँ कैसे समझे इसे आसानी से !

सबसे पहले 

क्या है ग्रेगोरियन कैलेंडर ? What is the Gregorian calendar?

 

ग्रेगोरियन कैलेंडर, जिसे न्यू स्टाइल कैलेंडर भी कहा जाता है, सौर डेटिंग प्रणाली (Sun Based Calculation) पर आधारित है, अब आप कहेंगे वो क्या होता है ! सब सर के उप्पेर से चला गया ! देखिये और समझने की कोशिश कीजिये डेट या दिन की काउंटिंग या गणना (कैलकुलेशन) के दो आधार होते है एक सूरज और दूसरा चन्द्रमा ! जो दीखता है आप उसे ही आधार बना सकते है सूरज और चन्द्रमा हमे दीखते है और हम उनकी गति को नापने की कोशिश या प्रयास कर सकते है! कैसे हर 15 दिन में एक पूर्णिमा (Full Moon) और एक अमावस्या (no moon) होती है !

The Gregorian Calendar, also known as the New Style Calendar, is based on the Solar Dating System (Sun Based Calculation), now what you say! Everything went from above the head! Look and try to understand that there are two bases of date or day’s counting or calculation (calculation), one is the sun and the other is the moon! You can make the basis of what you see, the sun and moon are visible to us and we can try or try to measure their speed! How every 15 days there is a full moon and a new moon!

 जो आज कल हम आमतौर पर इतेमाल कर सकते है! ठीक, यह आपको कैसे पता चला चन्द्रमा को बेस बनाकर आपने कैलकुलेट किया और पाया की यह हो रहा है ! एक जैसा समय आने में आपको एक निश्चित समय लग रहा है 365 दिन ! के बाद आपको वही मौसम वापस मिलता है! जो उस समय पिछले साल में था ठीक !

Which we can usually use nowadays! Well, how did you come to know that you calculated the moon as a base and found that this is happening! It’s taking you a certain amount of time to arrive at the same time 365 days ! After that you get the same weather back as it was in the previous year.

आपको नहीं समझ आया, जब कोई बच्चा पैदा होता है, तो बढ़े बूढ़े अक्सर ये कहते मिल जायेंगे! अभी यह साल भर का नहीं हुआ है एक साल बाद इसको हर मौसम में कैसे संभालना है यह पता चल जायेगा ! मीन्स की किस मौसम को यह तरह से लेता है एडजस्ट करता हैं क्या खाना खा कर पचा सकता है, क्या चीज़ बिलकुल नहीं खा पा रहा ! एक साल दो, इसे! तुम्हे समझ आ जायेगा !

If you do not understand, then listen carefully and understand. When a child is born, old people will often find saying this! It is not yet a year old, after a year it will be known how to handle it in every season! Meaning which season it takes or adjusts in this way! What food can I digest by eating, what thing is I unable to eat at all! Give it a year! You will understand!

एक साल की पढाई के बाद आपने क्या सीखा पुरे साल एग्जाम का रिजल्ट बताता है ! हर साल आप मार्च मे एडमिशन लेने जाते है ! हमारा financial  ईयर मार्च में शुरू  होता है क्यों ? एक मार्च से दूसरे मार्च में बीच का समय है 365 days और कुछ घंटे ! अब समझ आया !

What did you learn after one year of study, the result of the entire year’s exam tells you! Every year you go to take admission in March. Why our financial year starts in March? The time between one March to another is 365 days and a few hours(6 hours or you can say 1/4 day). Now understood !

 थोड़ा थोड़ा ! कोई बात नहीं मे बहुत बुरी टीचर हूँ जब तक आपकी खोपड़ी में फिट नहीं कर दूंगी कांसेप्ट आपको छोड़ने  वाली नहीं हूँ !

 

तो अब समझ आया  ग्रेगोरियन कैलेंडर, जिसे न्यू स्टाइल कैलेंडर भी कहा जाता है, सौर डेटिंग प्रणाली पर आधारित है, means date  को कैलकुलेट करने का base  sun है ! कैसे किया कैलकुलेट, जी मार्च में ऐसा ही मौसम था, आम में बौर आ रही थी, हवा मैं ख़ुशी आप महसूस  कर पा रहे थे, मस्ती हवाओ में भरी पड़ी थी ! किसी को पानी से भिगोकर खुद को बचाकर बाबा दादी के पीछे छुपकर जो मजे किये वो तो याद ही होंगे सारे शरारती   बंदरो को ! come to the point बहुत होली खेल ली !

So now you understand, the Gregorian calendar, also known as the New Style calendar, is based on the solar dating system, meaning the base  for calculating the date  is the sun! How did you calculate, it was the same weather in March, mangoes were blooming, I was able to feel the joy in the air, the fun was filled in the air! After saving himself by soaking someone with water, you having the fun by hiding behind Baba, Dadi.

 

ग्रेगोरियन कैलेंडर किसने शुरू किया और कब शुरू किया ? Gregorian Calander kisne shuru kiya or kab shuru kiya?

ग्रिगेरियन केलिन्डर अब सामान्य उपयोग में है। इसे 1582 में पोप ग्रेगरी XIII (तेराह) द्वारा जूलियन कैलेंडर के सुधार के रूप में घोषित किया गया था। रोमन गिनती याद है नहीं तो सुनो ये नंबर जो ऐसे लिखा है!

"The Gregorian calendar is now in common use. It was announced in 1582 by Pope Gregory XIII (Thirteen) as a reform of the Julian calendar. Remember the Roman count, otherwise listen to this number which is written like this"

 – ( XIII अगर  किसी  बड़े  नंबर  के  राइट  में  कुछ  लिखा  तो  वह  उस  में  जोडकर  पढ़ते  है  और  अगर  लेफ्ट  में  लिखा  है!  तो  उसे  घटा  कर  पढ़ते  है  जैसे  इस  नंबर  में  बड़ा  नंबर  है!  X यानि  10 इसके  राइट  में  लिखे  नंबर  इसमें  add  होंगे  तीन  डंडी  है  तो  10+3= 13  और  अगर  यह  लेफ्ट  में  होता  तो  घट  जाता  यानि     IIIX लिखा  होता  तो  इसको  ऐसे  पढ़ते  10-3=7 क्योकि   5 के  V sign  है!  तो  हम   इसे  VII= 7 पढ़ते  है  बेसिक  सी  चीज  है!  दिमाग  में  बैठ  गई  तो  कभी  नहीं  niklegi  हर  baar पढ़कर  भूलने  से  हमेशा  के  लिए  मुक्ति मिल  जाएगी! ( I =1, V=5, L=50, C=100, D=500, M=1000 like agar 4=IV (- minus) 6=VI(+ plus )

Explaination of Roman number reading and remember for long time- Tip

जूलियन गणना के अनुसार, सौर वर्ष में 365 days 6 घंटे,  1/४ दिन  (६ घंटे अब इसे भी दिमाग में बैठा लो एक दिन में २४घंटे होते है  एक दिन को अगर ४ हिस्सों में बाटे तो देखो (6+6+6+6=24) 24/4 = 6×4 घंटे, यानि 24 घन्टे मतलब 1 दिन  ठीक ) दिन शामिल थे, और हर चार साल में एक “लीप डे” के बन गया! यही कारण है की आप हर चार साल में लीप ईयर काउंट करते है ! कुछ समझ आया मेरे लाल !

According to Julian calculations, there are 365 ± 6 hours in a solar year, 1/4 day  (6 hours now keep this in mind too there are 24 hours in a day. If a day is divided into 4 parts then look (6+6+6+6=24) 24/4 = 6×4 hours, i.e. 24 hours means 1 day  OK) days were included, and every four years became a “leap day”! This is the reason why you count leap years every four years.

For better understanding of why and how you identify the leap year.

 (ये कितना आसान था समझा और अब कभी लीप ईयर कौन से होते है देख कर बताओ यह प्रश्न कभी गलत नहीं होगा !)

एक साल के भीतर, इतालवी राज्यों, पुर्तगाल, स्पेन और रोमन कैथोलिक जर्मन राज्यों द्वारा परिवर्तन को अपनाया गया था। धीरे-धीरे, अन्य देशों ने ग्रेगोरियन कैलेंडर को अपनाया: 1699 में प्रोटेस्टेंट! जर्मन राज्य, 1752 में ग्रेट ब्रिटेन और उसके उपनिवेश, 1753 में स्वीडन, 1873 में जापान, 1912 में चीन, 1918 में सोवियत समाजवादी गणराज्य और 1923 में ग्रीस। इस्लामिक देश धर्मनिरपेक्ष जीवन के लिए ग्रेगोरियन कैलेंडर का उपयोग करते हैं लेकिन धार्मिक उद्देश्यों के लिए इस्लाम पर आधारित कैलेंडर बनाए रखते हैं।

German states, Great Britain and its colonies in 1752, Sweden in 1753, Japan in 1873, China in 1912, Soviet Socialist Republics in 1918 and Greece in 1923. Islamic countries use the Gregorian calendar for secular life but maintain a calendar based on Islam for religious purposes.

 (ईसाई धर्म की दो शाखा या केटेगरी है एक कैथोलिक और दूसरा प्रोटेस्टेंट! दोनों में सिर्फ एक फर्क है कैथोलिक लोग मदर मेरी और जीसस की स्टेचू की पूजा करते है और दूसरे क्रॉस की)

(There are two branches or categories of Christianity, one Catholic and the other Protestant! The only difference between the two is Catholic people worship the statue of Mother Mary and Jesus and the other is the cross)

one basic difference between them

 

1752 में ग्रेट ब्रिटेन और उसके उपनिवेशों में यह क्लैंडेर पंहुचा!  मतलब  समझो  की  1752 से  पहले   भारत  में  कोई  इस  क्लैंडेर  को  नहीं  जानता  था!  मतलब  भारत  में  कोई  क्लैंडेर  नहीं  था  लोग  बिना  तारीख  के  जिन्दा  रहते  थे ! कोई  जीवित  है , कितना  जिया , कब  पैदा , हुआ  कब  टपका, कोई  रिकॉर्ड  नहीं  था !

यह  कैलेंडर  अग्रेज  अपने  साथ  भारत  में  लाये  और  मैकाले  जैसे  अंग्रेजो  ने  भारत  के  लोगो  को  मुर्ख  बता  कर  उन  पर  इंग्लिश  शिक्षा  को  थोप  दिया  जिसमे  उनका भरपूर साथ दिया  भारत  के  अंदर  बैठे  गद्दारो  ने!

उसकी  इस  बात  को  भारत  के  चाचाओं  और  बापुओ  ने जैसे गुनी लोगो ने सीरियसली  ले  लिया  और  जी  भरकर  भारत  के  भोले लोगो  को  इस्तेमाल  के  लायक  बनाया | मैकाले  के  आईडिया  को  चाचाजी  और  बापू  जी जैसे देश भक्त खाउ लोगो ने मूक सहमति  दी  और  कहा  सही  कहा  प्रभु  आपने  ये  कीड़े  मकोड़े  जिन्दा  क्यों  है!  इन्हे  इस्तेमाल  के  लायक  बनाना  चाहिए  और  वे  इस  काम  में  लग  गए | पहले उन्होंने आम जनता को अंग्रेजो के काम/इस्तेमाल के लायक बनाया और फिर इस आम जनता नामक सामान को अपने इस्तेमाल में ले लिया !

His words were taken seriously by virtuous people like uncles and bapus of India and by filling their hearts, they made the naive people of India worthy of use. People like Chachaji and Bapuji gave silent consent to Macaulay’s idea, and said, right, Lord. They should be made suitable for use and they were engaged in this work. First he made the general public fit for the work / use of the British and then took these common public goods into his use.

क्या है हिन्दू क्लैंडेर,कब और क्यों बना, क्या है विक्रम सम्वत ?What is Hindu calendar, when and why was it formed, what is Vikram Samvat?

विक्रम संवत’ अत्यंत प्राचीन संवत है। भारत के सांस्कृतिक इतिहास की दृष्टि से सर्वाधिक लोकप्रिय राष्ट्रीय संवत ‘विक्रम संवत’ ही है। इसे सम्राट चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य लगभग 2,078 वर्ष यानी 57 ईसा पूर्व में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से प्रारम्भ किया ! भारत के सभी राज्यों में आज भी यह प्रचलन में है ! विक्रम सम्वत की शुरुआत सन 57 ईसा पूर्व में मानी जाती है|मतलब कहने का यह है की जब आप अंग्रेजी साल २०२१ में है तब आप हिन्दू विक्रम सवत  2078 में है !

Vikram Samvat is a very ancient era. From the point of view of the cultural history of India, the most popular national era is ‘Vikram Samvat’. It was started by Emperor Chandragupta Vikramaditya in about 2,068 years i.e. 57 BC from Chaitra Shukla Pratipada date. It is still in vogue in all the states of India. The beginning of Vikram Samvat is considered to be in 57 BC. That is to say that when you are in English year 2021 then you are in Hindu Vikram Savat 2078!

विक्रमी कैलेंडर का नववर्ष अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग समय मनाते हैं, फिर भी ज्यादातर हिस्सों में इसे चैत्र माह के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है|मतलब समझते है आप मतलब जब ईसा मसीह पैदा भी नहीं हुए थे उस समय भारत में राजा विक्रमादित्य इस क्लैंडेर की शुरुआत की थी ! तो मैकाले का यह कहना की हिंदुस्तानी अनपढ़ मुर्ख है पूरी तरह से गलत है ! भारतीय कैलेंडर चंद्र गड़ना पर आधारित है जिसमे एक महीने में एक पूर्णिमा और एक अमावश्या आती है ! जो दिन बच जाते है हर चार साल बाद जोड़कर मलमास या अधिमास कहा जाता है और यह अलग अलग महीनो के साथ एडजस्ट किया जाता है पंचांग में या हिन्दू क्लैंडेर में देखने पर आपको पता चल जाता है!

The new year of the Vikrami calendar is celebrated at different times in different states, yet in most parts it is celebrated in the Shukla Paksha of Chaitra month.Meaning you understand that when Jesus Christ was not even born, at that time King Vikramaditya had started this calendar in India! So Macaulay’s saying that Hindustani is an illiterate fool is completely wrong! The Indian calendar is based on the lunar eclipse, in which there is a full moon and a new moon in a month. The days that are saved after every four years are called Malmas or Adhimas and it is adjusted with different months and you come to know by looking at the Panchang or in the Hindu calendar!

आप अक्सर सुनते है कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष इसका मतलब क्या होता है जरा जानते है कृष्ण का मतलब होता है काला या अँधेरा और शुक्ल का मतलब होता है गोरा या उजाला ! पूर्णिमा के बाद का पक्ष कृष्णा पक्ष होता है क्योंकि चन्द्रमा धीरे धीरे आकाश से घटता है और अमावस्या को गयाब हो जाता है ! अमावस्या के बाद का पक्ष या टाइम शुक्ल पक्ष कहलाता है ! जब चन्द्रमा धीरे धीरे आकाश में आता है और पूर्णिमा को पूरा चाँद दिखता है ! मुझे लगता है अब कांसेप्ट क्लियर हो गया होगा कृष्ण और शुक्ल पक्ष वाला |

You often hear Krishna Paksha and Shukla Paksha, what does it mean, just know that Krishna means black or dark and Shukla means fair or light! The side after the full moon is the Krishna side because the moon slowly recedes from the sky and disappears on the new moon. The period after Amavasya is called Shukla Paksha. When the moon slowly comes in the sky and full moon is visible on the full moon. I think now the concept must have been cleared of Krishna and Shukla Paksha.

Difference between krishna and shukla paksh

विक्रमी कैलेंडर के पीछे एक कथा है जो इस प्रकार है-There is a story behind the Vikram samvat calendar which is as follows

राजा विक्रमादित्य को न्याय प्रिय और अपनी प्रजा के हित को ध्यान में रखने वाला शासक के रूप में जाना जाता है! विक्रमादित्य के काल में उज्जैन सहित भारत के 1 बड़े भूभाग पर विदेशी शकों का शासन हुआ करता था! यह लोग अत्यंत क्रूर प्रवृत्ति के थे! यह अपनी प्रजा को सदैव कष्ट दिया करते थे ! राजा विक्रमादित्य ने संपूर्ण भारत को शकों के अत्याचारों वाले शासन से मुक्त करके अपने शासन स्थापित किया और जनता को भय मुक्त जीवन दिया! इसी विषय की स्मृति (For remember this thing) के रूप में राजा विक्रमादित्य ने विक्रम संवत पंचांग का निर्माण कराया !

King Vikramaditya is known as a lover of justice and a ruler who takes care of the interests of his people.
During the time of Vikramaditya, a large part of India, including Ujjain, was ruled by foreign shakas, these people were very cruel, they always used to trouble the local Indian people. King Vikramaditya established his rule by freeing the whole of India from the atrocities of the shakas and gave a fear-free life to the people! As a memory of this subject, King Vikramaditya made the Vikram Samvat Panchang.

विक्रम संवत के प्राचीनतम सबूत ||The earliest evidence of Vikram Samvat

  • सबसे पुराने तथ्यों की बात करें जिससे विक्रमी कैलेंडर का पता चलता है तो वह सन 842 में ज्ञात हुआ| चौहान शासक चन्दमहासेना से प्राप्त एक शिलालेख, राजस्थान के धौलपुर में पाया गया जिसमें ‘विक्रम संवत 898 वैशाख शुक्ल 2 चंदा’ डेट मिलती है!
  • इसकी पुष्टि ज्योतिर्विद्या भरण ग्रंथ से भी होती है जो कि 3068 कली अर्थात 34 ईसा पूर्व लिखा गया था इसके अनुसार विक्रमादित्य ने 3044 कली अर्थात 57 ईसा पूर्व विक्रम संवत चलाया
  • उसके अलावा तीसरी सदी के बरनाला के स्तंभ जिस पर अंकित लेख से भी स्पष्ट होता है कि विक्रम संवत उज्जैन के राजा विक्रमादितीय द्वारा शको पर जीत के बाद चलाया गया !

अब  देखिये  अगर  आप  इंग्लिश  क्लैंडेर  देख  रहे  है  तो  कैसे  अंदाज़ा  लगाए  की  कौन  सा  हिंदी  month   किस  इंग्लिश  month   के  समय  चल  रहा  इसे  नीचे  दे  रही  हु 

हिन्दू महीने इंग्लिश महीनो के हिसाब से कब होते है देखे
  1. चैत्र  (30/ 31* Days) Begins March 22/ 21
  2. वैसाख  (31 Days) Begins April 21
  3. ज्येष्ठा  (31 Days) Begins May 22
  4. असधा  (31 Days) Begins June 22
  5. श्रवण  (31 Days) Begins July 23
  6. भद्रा  (31 Days) Begins August 23
  7. अश्विन  (30 Days) Begins September 23
  8. कार्तिका   (30 Days) Begins October 23
  9. अगहन   (30 Days) Begins November 22
  10.  पूस  (30 Days) Begins December 22
  11. मघा  (30 Days) Begins January 21
  12. फाल्गुन  (30 Days) Begins February 20* Leap years

 

तो  आपको  समझ  आ  गया  होगा  की  हम  जब  नया  साल  मानते  है  तो  गर्मियों  के  नवरातो  से  उसकी  शुरुआत  करते  है!  जिसमे  रामनवमी  आती  है !  मतलब  ईश्वर  को  याद  करके  हम  अपना  नया  साल  शुरू  करते  है !

तो अब आपको बहुत से प्रश्नो के जवाब मिल गए होंगे ! हमारा यानि भारतीयों का नव वर्ष शुरू होगा चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को, विक्रम सम्वत 2079 को ! तब हम सभी भारत वासी एक दूसरे को नव वर्ष की शुभ कामनाये देंगे और कहेंगे रामजी हमारे घर, परिवार,देश और देश के सैनिको और उनके परिवारों की रक्षा करे ! और मनाएंगे होली, गुड़ी पड़वा, युगादी, चैत्र नवरात आदि त्योहार !

धन्यवाद  जय  श्री  राम  

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