भातगीत,bhat geet,
मेरे द्वारे की शोभा बढ़ाना ओ भैया मेरे भात लेकर आना
ना सोने का लालच ना चाहूं मैं पैसा कुछ भी नहीं मेरे भैया के जैसा मंगल आशीष दे जाना
मेरे द्वारे की शोभा बढ़ाना ओ भैया मेरे भात लेकर आना
कुछ भी ना मांगू मैं कुछ भी ना चाहूं भैया तेरे जीवन की खुशियां मैं चाहूं रोली का टीका लगवाना मेरे द्वारे की शोभा बढ़ाना ओ भैया मेरे भात लेकर आना
बहन को आकर गले से लगाना, भैया साड़ी भी लाना.,
शान से चुनर उड़ाना ओ भैया मेरे द्वारे की शोभा बढ़ाना
हो भैया मेरे भात लेकर आना
शान से चुनर उड़ाना ओ भैया मेरे द्वारे की शोभा बढ़ाना
हो भैया मेरे भात लेकर आना