बन्ना बन्नी लोकगीत banna banni vivah lokgeet, Lokgeet 0 बन्ना है आज रघुनन्दन, नजारा हम भी देखेंगे-banna hai aaj raghunandan najara १}बन्ना है आज रघुनन्दन, नजारा हम भी देखेंगे -२बन्ने के शीश का सेहरा लड़ियो से उलझा हैउलझने वाली लड़ियों का नजारा हम भी देख्नेगे, २)बन्ना है आज रघुनन्दन, नजारा हम भी देखेंगे -२बन्ने के हाथ की लड़िया नजर कंकन से उलझी हैउलझने वाले कंकन का नजारा हम भी देख्नेगे, ३)बन्ना है आज रघुनन्दन, नजारा हम भी देखेंगे -२बन्ने के पैर में जूता, नजर चालो से उलझी हैउलझने वाली चालो का नजारा हम भी देख्नेगे, 4)बन्ना है आज रघुनन्दन, नजारा हम भी देखेंगे -२बन्ने के साथ में भैया, नजर महफ़िल से उलझी हैउलझने वाली महफ़िल का नजारा हम भी देख्नेगे,5)बन्ना है आज रघुनन्दन, नजारा हम भी देखेंगे -२बन्ने के साथ में डोला, नजर बन्नी से उलझी हैउलझने वाली नजरो का, नजारा हम भी देख्नेगे, गोरा बदन लाल साड़ी तुम्हें तो बना ले जाएगा-gora badan lal sadi tumhe to banna गोरा बदन लाल साड़ी तुम्हें तो बन्ना ले जाएगामांग बनी के टीका सोहे, झुमके में लागे बड़ी प्यारी, गोरा बदन लाल साड़ी, तुम्हें तो बन्ना ले जाएगा, गले बन्नी के हरवा सोहे,लहगे में लगे बड़ी प्यारी , हरवा में लगे बड़ी प्यारी,गोरा बदन लाल साड़ी, तुम्हें तो बन्ना ले जाएगा, कमर बनी के तगड़ी सोहे, गुच्छे में लगे बड़ी प्यारी,गोरा बदन लाल साड़ी तुम्हें तो बना ले जाएगापैर बन्नी के पायल शोहे, बिछिया में लगे बड़ी प्यारी ,तुम्हे तो बन्ना ले जायेगाअंग बन्नी की चोली सोहे, लहगे में लगे बड़ी प्यारीतुम्हे तो बन्ना ले जायेगासंग बन्नी के बन्ना सोहे डोली में लगे बड़ी प्यारीतुम्हे तो बन्ना ले जायेगा बन्ना अब तक कुंवारे क्यों रहे बन्ना अब तक कुंवारे क्यों रहे माली के गया माली ना मिला चेहरे के बिन कुंवारे हम रहे दर्जी के गया दर्जी ना मिला शेरवानी बिन कुंवारे हम रहे मोची के गया मोची ना मिला जूते बिन कुंवारे हम रहे सुनहरा के गया सुन रहा ना मिला अंगूठी बिन कुंवारे हम रहे जीजा ना आए जीजी ना आए शवासन बिन कुंवारे हम रहे भैया ना आए भाभी ना आए काजल बिन कुंवारे हम रहे बन्नी ढूंढ गय पर हो ना मिली इसलिए कुंवारे हम रहे